जैश-ऐ-मोहम्मद सरगना मसूर अजहर हुआ अंतराष्टरीय आतंकी घोषित। U N में आतंकवाद के खिलाफ भारत को मिली बडी कूटनीतिक जीत।

नसीब सिंह :----> राष्ट्रीय अध्यक्ष/निदेशक
Crime Investigation & Anti-Corruption Bureau (C.I.A.B.)
     चीन का रुख लचीला होने की वजह से पाकिस्तान स्थित जैश-ऐ-मोहम्मद सरगना मसूर अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने पर बुधवार एक मई को बडा फैसला हो गया है। संयुक्त राष्ट्र प्रबंधन कमेटी की बैठक में चीन ने अजहर पर लगाय टैक्निकल होल्डर को वापस ले लिया है। इससे प्रतिवंधित समूह के खिलाफ वैश्विक वित्तीय प्रतिबंध का रास्ता साफ हो गया है। अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए 10 साल में यह चौथी कोशिश थी ।
        सबसे पहले 2009 में भारत ने प्रस्ताव रखा था। फिर 2016 में भारत ने अमेरिका,ब्रिटेन, और फ्रांस के साथ मिलकर 1267 प्रतिवंधन परिषद के समक्ष प्रस्ताव रखा था। इन्ही देशों के समर्थन के साथ 2017 में तीसरी बार प्रस्ताव रखा था। परन्तु चीन ने बीटो का इस्तेमाल कर ऐसा होने से रोक दिया था। 
       गोरतलव है की मंगलवार को चीन ने कहा था कि जैश -ऐ-मौहम्मद सरगना मसूद मोहम्मद को संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित कराने के जटिल मुद्दे पर उचित समाधान निकाला जाएगा,लेकिन उसने कोई समय सीमा नहीं वताई।
       लेकिन कुछ भी हो जब जैश-ऐ-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर को गलोवल आतंकी घोषित कराने में भारत की कूटनीति का असर है।

  
  

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"*दौर-ऐ-इलैक्शन*"

सी.आई.ऐ.बी.की तरफ से गणतंत्र दिवस को राष्ट्रीय जनजागृति दिवस के तौर मनाया गया।