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आखिर क्यों कहते हैं हम चंद्रशेखर को "आजाद"?

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गुलाम भारत का एकमात्र "आजाद"! नसीब सिंह :---> C.I.A.B.News Palampur                                                                         15 बर्ष की आयु में "असहयोग आंदोलन" से जुड़े          गिरफ्तारी के बाद मैजिस्ट्रेट ने उनका नाम पूछा तो उन्होने अपना नाम "आजाद" बताया ,पिता का नाम  "स्वतंत्रता" और घर का पता "जेल" लिखवाया।              ब्रिटिश  पुलिस के हाथों कभी न गिरफ्तार होने की कसम खाने वाले  "चंद्रशेखर जब" अल्हावाद के अल्फेड  पार्क में घिरे तो उन्होने खुद को गोली मार ली।             चंद्रशेखर ने लाला लाजपराय की मौत का वदला लेने के लिए भगत सिंह और दूसरे साथियों से मिलकर ब्रिटिश अधिकारी जे पी साॅन्डर्स की हत्या की साजिश रच डाली।      ...

मजाक में ही सही पर पाकिस्तानी डिक्टेटर ने लता के बदले कशमीर देने तक की पेशकश कर दी थी

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नसीब सिंह :----> राष्ट्रीय अध्यक्ष/निदेशक  Crime Investigation & Anti-Corruption Bureau  दीनानाथ की यह बड़ी बेटी इतनी बडी बन गई कि सारा ज़माना उसके सामने छोटा पड़ गया             गोवा के मंगेशी गाँव के जाने माने मंगेशी मंदिर के पुजारी के बेटे दीनानाथ मंगेशकर को मराठी थियेटर से प्रेम था ! अपनी इसी दिलचस्पी के चलते दीनानाथ अपनी खुद की थियेटर मंडली बनाकर पूरे हिंदुस्तान के शहर शहर घूमे ! ऐसे ही घुमन्तू दौर में इंदौर प्रवास के दौरान 28 सितबंर 1929 को उनकी पत्नी शेवंती ने एक बेटी को जन्म दिया ! दरअसल सरस्वती खुद चली आईं थी पुण्यात्मा दीनानाथ के घर ! दीनानाथ ने अपनी इस बेटी को उसकी दिवंगत बड़ी बहन का ही नाम दिया लता।              होनहार एक्टर और उससे भी अच्छे गायक दीनानाथ ज़्यादा जिये नहीं ! जब पिता ने आँखें बंद की तब लता केवल तेरह बरस की थी ! पिता के ना रहने पर अपने से छोटे भाई बहनो उषा ,आशा ,मीना और हृदयनाथ की ज़िम्मेदारी लता के ज़िम्मे आई ,और परिवार का पेट भरने के लिये इस बड़ी बड़ी आँखों वाली...