आखिर क्यों मनाया जाता है रक्षाबंधन?

नसीब सिंह :---->  राष्ट्रीय अध्यक्ष/निदेशक 
Crime Investigation & Anti-Corruption Bureau 
आखिर क्यों मनाया जाता है रक्षाबंधन? 
    इसके पीछे कई कथाएं है। लेकिन आज हम आपको लक्ष्मी राजा बलि की कथा बताएंगे। कथा भगवान बिष्णू के ब्राह्मण अवतार से जुड़ी है। भगवान बिष्णू ने ब्राह्मण अवतार में आ कर अशुरों के राजा बलि से तीन पग भूमी का दान माँगा दानवीर बलि सहर्ष देने को तैयार हो गया। ब्राह्मण ने एक ही पग में पूरी धरती नाप ली। तो बलि समझ गया कि यह ब्राह्मण स्वयं भगवान बिष्णु ही हैं। 
    बलि ने बिनम्रता पूर्वक भगवान बिष्णु को प्रणाम किया और अगला पग रखने के लिए अपने शीश को प्रस्तुत किया। जिससे भगवान बिष्णु ने प्रसन्नतापूर्वक वरदान मांगने को कहा। असुर राज बलि ने वरदान में उनसे अपने दरबार में ही खड़े रहने का वरदान मांग लिया। 
    इस प्रकार भगवान बिष्णु अपने ही वरदान में फंस गए। तव माता लक्ष्मी ने नारद मुनी की सलाह पर असुरों के राजा राज बलि को राखी बांधी और उपहार के रुप में भगवान बिष्णु को मांग लिया। 
    इसी प्रकार महाभारत में भी जब श्री कृष्ण की उंगली पर चोट आई थी तब द्रोपदी ने उनकी उंगली पर अपनी साड़ी का टुकडा बांधा था। जिसको श्री कृष्ण ने राखी माना था और द्रोपदी चीरहरण के समय उनकी रक्षा की थी। 



    

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